उत्तर कोरिया के अमेरिका संग गलबहियाँ
इस साल के प्रथम 6 माह भयंकर उथल-पुथल का रहा है । उत्तर कोरिया के सर्वेसर्वा किम जोंग उन का संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पर नहले पर दहले वाला जवाब पर दुनिया सोचने लगा था कि यह तृतीय विश्वयुद्ध का आगाज़ तो नहीं ! किन्तु जिसतरह से नार्थ कोरिया के स्टाइलिस्ट तानाशाह किम ने दूसरीबार कोरियाई द्वीप से बाहर निकलकर पहलीबार डोनाल्ड ट्रम्प से बराबरी के अंदाज़ में वार्त्ता किया, एक सूझबूझ पहल है । इस मिलन समारोह का हित सम्पूर्ण विश्व से जुड़ा है, बावजूद हमें जर्मनी एक होने की तरह कोरिया भी एक हो जाएंगे, एतदर्थ तुरंत कयास नहीं लगाए जाने चाहिए !
### आलेखकार -- श्रीमान सदानंद पॉल ।
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